॥ श्री गणेशाय नमः ॥
श्रीताराशतनामावली
श्री ⸸ नमः † तारिण्यै तरलायै तन्व्यै तारायै तरुणवल्लर्यै तीव्ररूपयै तर्यै श्यामायै तनुक्षीणायै पयोधरायै तुरीयायै तरुणायै तीव्रायै तीव्रगमनायै नीलवाहिन्यै उग्रतारायै जयायै चण्ड्यै श्रीमदेकजटायै शिवायै तरुण्यै शाम्भव्यै छिन्नभालायै भद्रतारिण्यै उग्रायै उग्रप्रभायै नीलायै कृष्णायै नीलसरस्वत्यै द्वितीयायै शोभिन्यै नित्यायै नवीनायै नित्यनूतनायै चण्डिकायै विजयायै आराध्यायै देव्यै गगनवाहिन्यै अट्टहास्यायै करालास्यायै चतुरास्यापूजितायै अदितिपूजितायै रुद्रायै रौद्रमय्यै मूर्त्यै विशोकायै शोकनाशिन्यै शिवपूज्यायै शिवाराध्यायै शिवध्येयायै सनातन्यै ब्रह्मविद्यायै जगद्धात्र्यै निर्गुणायै गुणपूजितायै सगुणायै सगुणाराध्यायै हरिपूजितायै इन्द्रपूजितायै देवपूजितायै रक्तप्रियायै रक्ताक्ष्यै रुधिरभूषितायै आसवभूषितायै बलिप्रियायै बलिरतायै दुर्गायै बलवत्यै बलायै बलप्रियायै बलरतायै बलरामप्रपूजितायै अर्द्धकेशायै ईश्वर्यै केशायै केशवविभूषितायै ईशविभूषितायै पद्ममालायै पद्माक्ष्यै कामाख्यायै गिरिनन्दिन्यै दक्षिणायै दक्षायै दक्षजायै दक्षिणेरतायै वज्रपुष्पप्रियायै रक्तप्रियायै कुसुमभूषितायै माहेश्वर्यै महादेवप्रियायै पञ्चविभूषितायै इडायै पिङ्ग्लायै सुषुम्णायै प्राणरूपिण्यै गान्धार्यै पञ्चम्यै पञ्चाननपरिपूजितायै आदिपरिपूजितायै † ॥
इति श्रीताराशतनामावलिः सम्पूर्णा ॥
॥ ॐ श्यामाशिवभ्यां नमः ॥